चट्टान हूँ दरियाओं का पानी बह गया जिस राहगीर के पाँव सख़्त हैं वो गुजर जायेंगे कुछ पल भर को ठहर जायेंगे कुछ साथ निभा जायेंगे पर,जिनके पाँव मखमली हैं जो तुसाद गैलरी के मोम के पुतले हैं वो पिघल जायेंगे कुछ अदानी के हिस्से हो जायेंगे कुछ नादां किस्से बन जायेंगे..,

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 नितिन राजीव सिन्हा

राहुल ने चुनावी सभा में नीरव मोदी पर निशाना साधा है मेहूल चौकसी जिसे पीएम मोदी मेहूल भाई कहकर पुकारते हैं जो सोशल मीडिया में वायरल हुए वीडियो दिखाई पड़ता है मोदी की आवाज़ सभागार में ध्वनित होती है कि,हमारे मेहूल भाई ये दोनों बैंकों के हज़ारों करोड़ रूपये लेकर देश से भाग गये हैं जिन्हें चोर कहा गया जिस पर कोर्ट में सुनवाई हुई राहुल को दो साल की सजा हुई न्याय पालिका का सम्मान हम सब करते हैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते आगे अपील होगी पर तीस दिनों के लिये जिस सजा को न्यायालय ने रद्द किया हुआ है उस पर राहुल की संसद की सदस्यता जल्दबाज़ी में समाप्त कर दी गई..,

सवाल यह उठता है कि इतनी हड़बड़ी क्यों ? संभवतः इसलिये कि मोदी सत्ता डरी हुई है वह यह नहीं चाहती हैं कि सदन में अदानी के कथित फ्राड पर राहुल गांधी दोबारा कुछ बोलें ताकि इस मामले में जेपीसी गठन करने की मजबूरी कहीं मोदी सत्ता की न बन जाए इसलिए राहुल निशाने पर हैं..,

मोदी सत्ता राहुल के बहाने ओबीसी कार्ड खेल रही है पर,जो लड़ाई सदन से सड़क तक छिड़ी हुई है उसके पृष्ठ में वह कारपोरेट फ्राड है जिसे हिंदुस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा फ्राड आर्थिक विशेषज्ञ बता रहे हैं वह अदानी समूह के कार्यों से संबंधित हिंडनबर्ग की रिपोर्ट है जिसके आने के बाद शेयर बाज़ार क़रीब बारह लाख करोड़ रूपयों का नुक़सान उठा चुका है एलआईसी की पूँजी की सुरक्षा पर निवेशकों की आशंकायें बलवती हो उठी हैं पर,भाजपा नेता केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा है कि राहुल और कांग्रेस देश में पूरे ओबीसी समुदाय को गाली देने के दोषी हैं उन्होंने कहा कि अदालत ने क़ानूनी प्रक्रिया का पालन कर राहुल को दोषी ठहराया लेकिन उनकी पार्टी और वे अहंकार के कारण फ़ैसले को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं यदि आप किसी समुदाय विशेष का इस तरह का अपमान करते हैं तो यह भारत जोड़ो नहीं भारत तोड़ो है..,
नीरव मोदी पर टिप्पणी की गई है यदि वे ओबीसी हैं तो उनके कृत्यों ने ओबीसी समाज की नाक कटा कर रख दी है वह शर्मजदा है कि देश की पूँजी लूटकर भागने वाले मेहूल भाई और नीरव मोदी ओबीसी समाज के हैं वो,समाज के माथे पर लगा हुआ कलंक हैं..,

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा कहते हैं कि पूरे ओबीसी समाज को चोर कहा राहुल ने पूरे ओबीसी समाज का अपमान किया पीएम मोदी को चोर कहा पर,वे नड्डा यह नहीं बता पाये कि क्या ओबीसी समाज नीरव मोदी और मेहूल चौकसी के पीछे खड़ा हुआ है ? या यह अदानी समूह के कथित कारनामों से इत्तेफाक रखता है खैर,गौतम अड़ानी जैन समुदाय से आते हैं हो सकता है आने वाले दिनों में इसे जैन अस्मिता के साथ जोड़ देने के राजनीतिक प्रयास किये जायें और राहुल को अदानी के खिलाफ बोलने के एवज़ में जैन समुदाय से माफ़ी माँगने को कहा जाये के, अदानी के खिलाफ बोले गये वचन को जैन समुदाय का अपमान भाजपा नेतृत्व द्वारा करार दिया जाये..,
हो सकता है कि भाजपा मोदी बनाम राहुल जंग बनाने की तैयारी कर रही हो क्योंकि भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल का क़द बढ़ गया है वे देश के मुद्दे को राजनीति का आधार बनाने में सफल रहे हैं नि:संदेह वो देश के साथ खड़े हैं जबकि मोदी सत्ता अदानी समूह के साथ खड़ा दिखाई पड़ रहा है ऐसे में संघ के थिंक टैंक को आशंका है कि,संपूर्ण सत्ता को राहुल के साथ भिड़ा देने से भाजपा पर राजनीतिक साख बचाने का संकट खड़ा हो सकता है सो,मोदी को राहुल के समानांतर खड़ा करने के प्रयास थिंक टैंक ने किया है जिसमें ओबीसी जातियों के समर्थन प्राप्त करने की तमाम क़वायद की जा रही है..,

मोदी सत्ता के खिलाफ राहुल गांधी के किये गये प्रयासों को तब बल मिलता हुआ दिखा जबकि अरविंद केजरीवाल खुलकर सामने आ गये वहीं ममता बनर्जी और अखिलेश यादव के साथ ही विपक्ष का बड़ा हिस्सा राहुल के संसद की सदस्यता समाप्त किये जाने पर राहुल के साथ खड़ा दिखाई पड़ा..,

राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा के दौर में जैसी जीवटता दिखाई है वह बताती हैं कि मैडम तुसाद गैलरी में खड़े पीएम मोदी के मोम के मनमोहक पुतले में और राहुल की छवि में बड़ा अंतर है राहुल की देश के गरीब वंचित पीड़ित के प्रति मन क्रम वचन की एकरूपता अनुकरणीय है यह मोदी सत्ता के लिये भी सबक़ है कि गरीब माँ के बेटों को अमीर सेठों की हेराफेरी को ओबीसी समाज की प्रतिष्ठा से नहीं जोड़ा जाना चाहिये..,

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि देश का प्रधानमंत्री पढ़ा लिखा नहीं है उससे कोई कुछ भी करा सकता है (एबीपी न्यूज़) वहीं कोर्ट के फ़ैसले आने के बाद व संसद की सदस्यता समाप्त होने के बाद राहुल ने कहा कि मैं भारत की आवाज़ के लिये लड़ रहा हूँ,मैं हर क़ीमत चुकाने को तैयार हूँ..,

देश के मौजूदा राजनीतिक परिवेश पर लिखना होगा कि,-
मोम के पुतले
थे और गर्म हाथों
में रहे जिसने जैसा
चाहा वैसा
बना दिया..,

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