नई दिल्ली रिपोर्ट सैयद रागिब अली,,,
भिवानी कांड में जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है वैसे वैसे नये नये खुलासे हो रहे हैं जो पहली नज़र में एक बड़ी साज़िश की ओर इशारा कर रहे हैं। प्रथम द्रष्टया यह प्रतीत हो रहा है कि जिस भिवानी घटना की चर्चा पिछले कुछ दिनों से मीडिया और सोशल मीडिया एवं विदेशों तक में हो रही है उसकी जांच में प्रतिदिन नया अध्याय जुड़ रहा है।अब जांच में एक और एंगल निकल कर आ रहा है कि जिस स्कोर्पियो में जुनैद और नासिर को अगवा कर के उसके बाद उनकी हत्या कर दी गई दरअसल वह गाड़ी(एच आर 70डी 4177) हरयाणा सरकार के विकास और पंचायत विभाग के नाम पर दर्ज है।
पुलिस के मुताबिक नासिर और जुनैद को अगवा करने के लिए एक सफेद स्कॉर्पियो इस्तेमाल की गई थी। उन्हें भिवानी जिले में इस कार से ले जाकर दोनों को जिंदा जला दिया गया। लेकिन आगे जांच में पता चला कि इस स्कोर्पियो गाड़ी एच आर70डी 4177 कई गोरक्षको के सोशल मीडिया एकाउंट पर अपलोड की गई है,इस कार के बारे में और आगे पता करने पर पता चला कि यह विकास एवं पंचायत कार्यालय के नाम से पंजीकृत हरियाणा सरकार का वाहन है,और जब इस बारे में गोपालगढ़ स्टेशन हाउस अधिकारी राम नरेश से कार के स्वामित्व के बारे में विवरण जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि “कार हरियाणा सरकार के पंचायत और विकास विभाग की थी लेकिन इसकी नीलामी कर दी गई थी।अब इस गाड़ी के नये मालिक का उन्हें भी पता नहीं।
यहां के एसएचओ को भी इसके बारे में जानकारी नहीं है। लेकिन अब यह आगे जांच का विषय है कि आगे जैसे जांच बढ़ेगी हम भी रिपोर्ट को अपडेट करते रहेंगे, लेकिन एक और बात इस जांच में सामने आ रही है कि जुनैद और नासिर के परिवार ने जिस मोनू मानेसर कथित गोरक्षक दल की टीम पर जुनैद व नासिर को अपहरण कर जलाकर मारने का आरोप लगाया है उसका एक फोटो जामिया शूटर के भी साथ मिला है आगे जिस तरह जांच आगे बढ़ेगी हम भी अप डेट रिपोर्ट देते रहेंगे।