चिरमिरी वन मण्डल में खुद रेंजर साहब ने लागू कर रखा है जंगल का कानून
मो. जाकिर
चिरमिरी । यूं तो जंगल मे पेड़ो की सुरक्षा के लिए सरकार वन विभाग के अमले को भारी भरकम रकम उपलब्ध कराती है । लेकिन जब सैया भये कोतवाल तो फिर डर काहे का । यही हाल इस समय चिरमिरी वन मण्डल का है, जहां रेंजर सूर्यदेव सिंह की शह पर लकड़ी तस्कर चिरमिरी वन मण्डल में न सिर्फ दिन दहाड़े पेड़ो की अवैध कटाई कर रहे है बल्कि दिन दहाड़े ही उसकी सप्लाई भी बड़े बड़े फर्नीचर कारखानों को कर रहे है । इन लकड़ी तस्करों को किसी का कोई डर या भय नही है क्योंकि इन्हें खुद रेंजर साहब संरक्षण दे रहे है ।
बताया जाता है कि चिरमिरी रेंजर सूर्यदेव सिंह पिछले दो दशक से अंगद के पांव की तरह जमे हुए है । इस वनमण्डल में वे आये थे बीटगार्ड बनकर, लेकिन रेंजर के पद पर पदोन्नति होने के बाद भी यहीं जमे हुए है । लकड़ी तस्करों से उनके प्रगाढ़ सम्बन्ध है जो अक्सर देर रात तक रेंजर के निवास में नजर आते रहते है । और साहब की सेवा कर दिन दहाड़े चिरमिरी के जंगल को ठूंठ के जंगल मे तब्दील कर रहे है ।आखिर क्या कारण है कि पिछले दो दशक से इनका कहीं स्थान्तरण नही हुआ और ये मजे से चिरमिरी के जंगल को लकड़ी तस्करों के हवाले करते रहे ? वन विभाग के आला अधिकारियों को जल्द ही इस ओर ध्यान देना होगा, अन्यथा वह दिन दूर नही जब चिरमिरी वनमण्डल के जंगल मे केवल कटे हुए पेड़ो के ठूठ ही नजर आएंगे, पेड़ नही ।
https://youtu.be/rtJwRCpqHEs
एमसीबी/चिरमिरी: रेंजर की शह पर धड़ल्ले से चल रहा है चिरमिरी वन मण्डल में पेड़ो की कटाई व सप्लाई

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