ब्यूरो चीफ अशोक कुमार सोनी की रिपोर्ट
भूपेश राज में छत्तीसगढ़ के अन्य निगमों से कहीं ज्यादा चिरमिरी नगर निगम में कैसे लूट की खुली छूट मिली हुई है विस्तार से इस न्यूज़ को पढ़े।
चिरमिरी के कई अखबारों के माध्यम से आपको मालूम ही होगा की जब से नगर निगम चिरमिरी की महापौर के रूप में कंचन जायसवाल पदस्थ हुई है तब से चिरमिरी नगर निगम भ्रष्टाचार के नये नये किर्तिमान बनाता जा रहा है, नगर निगम चिरमिरी के किसी काम को देख लो हर काम मे भारी भ्रष्टाचार और कमीशन लेनदन की बू आती है।
बड़ा बाजार से गोदरीपारा की ओर जाने वाली मुख्य सड़क नगर निगम के वार्ड नंबर 30 के रोड में नाली निर्माण कार्य किया गया है। पहले से बना नाली की साफ सफाई करने की बजाय उसके बगल से नाली निर्माण करावा दिया गया है। जिस नाली का निर्माण किया गया है वह सड़क के नियमों को ताक में रखकर सड़क में नाली बना दिया गया है।
यह नाली महापौर द्वारा अपने ही कुछ खास लोगों को निजी फायदा पहुंचाने के लिए बनवाया गया है। भ्रष्टाचार करने का तरीका देखना है तो इस नाली को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि भ्रष्टाचार कैसे किया जा सकता है। अब चिरमिरी में किसी भी प्रकार की कथित विकास के नाम पर होने वाले निर्माण कार्य के द्वारा सिर्फ भ्रष्टाचार के द्वारा पैसे कमाने का लक्ष्य बन गया है।
सड़क के किनारे जमा पानी को निकालने के लिए सड़क पर नाली निर्माण किया गया है।इस नाली में लोहे का बीम लगाया जाता है। लेकिन ऐसी जन चर्चा है कि नाली निर्माण में की जाने वाली सामग्री बाजार में नहीं मिलती है, ऐसा भी कहा जा रहा है कि ठेकेदार ने लोहे के बीम की जगह रेलवे या एसईसीएल में उपयोग की जाने वाली लाइन को ही लगा दिया है। रेलवे का सामान खरीदा नहीं जा सकता है। फिर ठेकेदार को कहां से मिला और इसे कैसे निगम द्वारा निर्मित नाली में लगाया गया है।
संभावना जताई जा रही है कि नाली निर्माण में उपयोग की गई सामग्री रेलवे या एसईसीएल की हो सकती है। अगर ऐसा है तो इस रेलवे लाइन का भुगतान नगर निगम द्वारा चिरमिरी के ठेकेदार को कैसे कर दिया गया है।
और इस तरह की संपत्ति/सामग्री की भुगतान नगर निगम चिरमिरी किस नियम से कर दिया है इसकी जांच होनी चाहिए।
चिरमिरी नगर निगम में चिरमिरी के एक चर्चित परिवार का कब्जा है जो चुनिंदा ठेकेदारों से इस तरह की बोगस काम करवाने के लिए प्रचलित है।
इस समाचार के प्रसारित होने के बाद निगम को स्पष्ट करना चाहिए कि सच और झूठ क्या है।
इस तरह का काम नगर निगम के अधिकारी और ठेकेदार की मिलीभगत से ही संभव है। इस असंभव काम को पूरा किया है नगर निगम चिरमिरी के इंजिनियर ने, क्योंकि इसकी जांच का काम यही इंजीनियर करते हैं। और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भ्रष्टाचार करने में या शामिल रहने में इनकी भूमिका को नकारा नहीं जा सकता।
इसकी जांच होनी चाहिए। इस मिलीभगत में शामिल अधिकारी और ठेकेदार पर कार्रवाई भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। जिससे नगर निगम चिरमिरी में हो रहे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाया जा सके।