कोरिया- चिरमिरी नगर पालिक निगम क्षेत्र के एसएलआरएम सेंटर में कार्यरत समस्त स्वच्छता कर्मचारियों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया।
स्वच्छता दीदियों ने पत्रकारों से अपनी आपबीती बताई। जानकारी के मुताबिक प्रोत्साहन राशि न मिलने नाराज होकर धरने पर बैठे हैं।
घर घर जाकर स्वच्छता दीदियों द्वारा कचरा संग्रह कर उस कबाड़ का वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर बेचने वाली दीदियों पैसा निगम ने घोटाला कर दिया है..ऐसा उनका आरोप है।
साथ ही कमिश्नर द्वारा निष्ठा बंद करने का मामला उजागर हुआ। जानकारी के मुताबिक अपनी जायज मांगों को लेकर स्वच्छता दीदियों के द्वारा अपनी आवाज बुलंद की गई तो बात खुलकर पत्रकारों के बीच पहुंच गई, पता चला नेतागिरी करने के आरोप मे इनके निष्ठा को बंद कर दिया गया।
इस संदर्भ में फोन के माध्यम से महापौर कंचन जायसवाल से बात की गई तो जानकारी कुछ और ही सामने आई। बताया गया की निष्ठा बंद करने के संदर्भ में मुझे कोई जानकारी नहीं है। एक आश्चर्यजनक खुलासा और भी हुआ एसएलआरएम सेंटर के सचिव को नमस्ते नहीं करने पर एक स्वच्छता दीदी का उससे 5 दिवस का वेतन काट दिया गया।
सोच नहीं पहलू तो यह है ऐसे कृत्य करने के लिए उनके पास साहस कहां से आता है।आखिरकार नगर निगम चिरमिरी में भ्रष्टाचार को सह देने वाला कौन है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो नगर निगम के अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं मानो उन पर महापौर का अंकुश नहीं रहा।
पाठकों को यह बता दे की निष्ठा नाम से स्वच्छता दीदियों के लिए निगम प्रशासन ने ऐसी सॉफ्टवेयर तैयार की है जिसमें वह प्रतिदिन अपनी उपस्थिति दर्ज कराते थे।